तो दोस्तों आज मैं आप लोगों के साथ शेयर करने वाला हूं Best 150+ Girls Tareef Shayari in Hindi, Tareef Shayari For Beautiful Girl In Hindi, Shayari On Beautiful Girl Smile, Shayari For Praising Beauty in Hindi, तारीफ शायरी फॉर गर्ल 2 Line, Girl Beauty Shayari in Hindi & Tareef Quotes For Beautiful Girl In Hindi.
तारीफ किसे पसंद नहीं होती ज्यादा तर लड़कियों को अगर आप उनकी खूबसूरती के बारे में कुछ Girls Tareef Shayari कहे दे तो वो आपके प्यार में भी पढ़ सकती है।
हमारी इस पोस्ट में आपके लिए एक से बढ़कर Girls Tareef Shayari in Hindi शायरी मिलेंगी। Share the shayari with your favourite Girl on Facebook, Instagram, Whatsapp, etc.
तारीफ करने का तो सिर्फ एक बहाना है.
असल में हमे तुम्हारे घर में आना है.
हम पर यूँ बार बार इश्क का इल्जाम न लगाया कर,
कभी खुद से भी पूंछा है इतनी खूबसूरत क्यों हो
होश-ए-हालात पे काबू तो कर लिया मैंने,
उन्हें देख के फिर होश खो गए तो क्या होगा।
ऐसा ना हो तुझको भी दीवाना बना डाले,
तन्हाई में खुद अपनी तस्वीर न देखा कर।
तुझको देखा फिर उसको ना देखा
चांद कहता रहा..मैं चांद हूं, मैं चांद हूं
साथ शोखी के कुछ हिजाब भी है,
इस अदा का कहीं जवाब भी है?
पर्दा-ए-लुत्फ़ में ये ज़ुल्म-ओ-सितम क्या कहिए,
हाय ज़ालिम तेरा अंदाज़-ए-करम क्या कहिए।
उसने होठों से छू कर
दरिया का पानी गुलाबी कर दिया,
हमारी तो बात और थी उसने
मछलियों को भी शराबी कर दिया।
हुस्न वालों को संवरने की क्या जरूरत है,
वो तो सादगी में भी क़यामत की अदा रखते हैं।
अदाएं उनकी दिलों से खेलती हैं,
वो क्या जाने वफ़ा क्या है जफा क्या।
कमसिनी का हुस्न था वो… ये जवानी की बहार,
पहले भी तिल था रुख पर मगर क़ातिल न था।
कितनी खूबसूरत हैं आँखें तुम्हारी,
बना दीजिये इनको किस्मत हमारी,
इस ज़िंदगी में हमें और क्या चाहिए,
अगर मिल जाए मोहब्बत तुम्हारी।
इन आँखो को जब-जब उनका दीदार हो जाता है,
दिन कोई भी हो, लेकिन मेरे लिए त्यौहार हो जाता है…
सलीका तुमने परदे का बड़ा अनमोल रखा है,
यही कातिल निगाहें हैं इन्हीं को खोल रखा है।
इस डर से कभी गौर से देखा नहीं तुझको,
कहते हैं कि लग जाती है अपनों की नज़र भी।
री आँखों के खूबसूरती में डूब जाऊ मै.
धीरे धीरे तेरी तारीफ करता चला जाऊ मै.
हर बार हम पर इल्जाम लगा देते हो मुहब्बत का,
कभी खुद से भी पूंछा है इतनी खूबसूरत क्यों हो!
खुद न छुपा सके वो अपना चेहरा नक़ाब में,
बेवज़ह हमारी आँखों पे इल्ज़ाम लग गया।
ऐ सनम जिस ने तुझे चाँद सी सूरत दी है,
उसी अल्लाह ने मुझ को भी मोहब्बत दी है।
ज़ुलफें मत बांधा करो तुम,
हवाएं नाराज़ रहती हैं
ये आईने क्या दे सकेंगे तुम्हें
तुम्हारी शख्सियत की खबर,
कभी हमारी आँखो से आकर पूछो
कितने लाजवाब हो तुम।
चाँद सा जब कहा तो वो गिला करने लगे,
बोले… चाँद कहिये न, चाँद सा क्या है।
उस हुस्न-ए-बेमिसाल को देखा न आज तक,
जिस के तसुव्वरात ने जीना सिखा दिया।
कुछ अपना अंदाज हैं कुछ मौसम रंगीन हैं,
तारीफ करूँ या चुप रहूँ जुर्म दोनो ही संगीन हैं! ?
कुछ फिजायें रंगीन हैं, कुछ आप हसीन हैं,
तारीफ करूँ या चुप रहूँ जुर्म दोनो संगीन हैं।
जलवों की साजिशों को न रखो हिजाब में,
ये बिजलियाँ हैं रुक न सकेंगीं नक़ाब में।
इलाही खैर हो उलझन पे उलझन भरती जाती है,
न मेरा दम न उनके गेसुओं का ख़म निकलता है।
कयामत ही न आ जाये जो परदे से निकल आओ,
तुम्हारे मुँह छुपाने में तो ये आलम गुजरता है।
तू जरा सी कम खूबसूरत होती
तो भी बहुत खूबसूरत होती
एक लाइन में क्या तेरी तारीफ लिखूँ,
पानी भी जो देखे तुझे तो, प्यासा हो जाये।
बड़ी आरज़ू थी मोहब्बत को बेनकाब देखने की,
दुपट्टा जो सरका तो जुल्फें दीवार बन गयीं।
हया से सर झुका लेना,
अदा से मुस्कारा देना।
हसीनो को भी कितना सहल है,
बिजली गिरा देना।
देख कर तेरी आँखों को मदहोश मै हो जाता हूँ.
तेरी तारीफ किये बिना मै रह नहीं पता हूँ.
तुम्हारी तारीफ किये बिना मै रुक नहीं पता.
तुम्हारे हुस्न के चर्चे महफ़िल में करता जाता.
वो बे-नकाब जो फिरती है गली-कूंचों में,
तो कैसे शहर के लोगों में क़त्ल-ए-आम न हो।
निगाह-यार पे पलकों की लगाम न हो,
बदन में दूर तलक ज़िन्दगी का नाम न हो।
वो बेनकाब फिरती है गली कूचों में,
तो कैसे शहर के लोगो में कतले आम न हो।
कैसी थी वो रात कुछ कह सकता नहीं मैं,
चाहूँ कहना तो बयां कर सकता नहीं मैं ।
तेरे वजूद से हैं मेरी मुक़म्मल कहानी,
मैं खोखली सीप और तू मोती रूहानी।
उनके खूबसूरत चेहरे से नकाब क्या उतरा,
जमाने भर की नीयत बेनकाब हो गई।
रुके तो चाँद चले तो हवाओं जैसा है,
वो शख्स धूप में भी छाव जैसा है।
कैसे बयान करें सादगी अपने महबूब की,
पर्दा हमीं से था मगर नजर भी हमीं पे थी।
तुम आईना क्यूं देखती हो?
बेरोज़गास करोगी क्या मेरी आँखो को..
नींद से क्या शिकवा जो आती नहीं रात भर
कसूर तो उस चेहरे का है जो सोने नहीं देता।
रूठ कर कुछ और भी,
हसीन लगते हो।
बस यही सोच कर,
तुमको खफा रखा है।
सुबह का मतलब मेरे लिए सूरज निकलना नही,
तेरी मुस्कराहट से दिन शुरू होना है।
इस जहां में तेरा हुस्न मेरी जां सलामत रहे,
सदियों तक इस जमीं पे तेरी कयामत रहे।
क्यों चाँदनी रातों में दरिया पे नहाते हो,
सोये हुए पानी में क्या आग लगानी है।
ढाया है खुदा ने ज़ुल्म हम दोनों पर,
तुम्हें हुस्न देकर मुझे इश्क़ देकर।
खूबसूरती ना ही सूरत में होती है,
और ना ही लिबास में।
ये तो महज़ जालिम नजरों का खेल है,
जिसे चाहे उसे हसीन बना दें।
सरक गया जब उसके,
रुख से पर्दा अचानक।
फ़रिश्ते भी कहने लगे,
काश हम इंसान होते।
लेने न पाए उनकी बलायें बढ़ा के हाथ,
उस बदगुमाँ ने थाम लिए मुस्कुरा के हाथ।
कसा हुआ तीर हुस्न का, ज़रा संभल के रहियेगा,
नजर नजर को मारेगी, तो क़ातिल हमें ना कहियेगा।
बिल्कुल चांद की तरह है
नूर भी, गुरुर भी, दूर भी…
वो शरमाई सूरत वो नीची निगाहें,
वो भूले से उनका इधर देख लेना।
मेरी निगाह-ए-शौक भी कुछ कम नहीं मगर,
फिर भी तेरा शबाब तेरा ही शबाब है।
लङने दो ज़ुल्फों और हवाये को आपस में,
तुम क्यों हाथ से उनमें सुलह कराने लगती हो…?
कैसे ना हो इश्क, उनकी सादगी पर ए-खुदा,
ख़फा हैं हमसे, मगर करीब बैठे हैं…
नहीं भाता अब तेरे सिवा किसी और का चेहरा,
तुझे देखना और देखते रहना दस्तूर बन गया है।
अंगड़ाई लेके अपना मुझ पर जो खुमार डाला,
काफ़िर की इस अदा ने बस मुझको मार डाला।
तुझे पलकों पे बिठाने को जी चाहता है
तेरी बाहों से लिपटने को जी चाहता है,
खूबसूरती की इंतेहा हैं तू,
तुझे ज़िन्दगी में बसाने को जी चाहता है।
क्या लिखूं तेरी तारीफ-ए-सूरत में यार,
अलफ़ाज़ कम पड़ रहे हैं तेरी मासूमियत देखकर।
Read Also: 150+ Best Romantic Love Quotes.
कुछ मौसम रंगीन है कुछ आप हसीन हैं,
तारीफ करूँ या चुप रहूँ जुर्म दोनो संगीन हैं।
बचपन में सोचता था चाँद को छू लूँ,
आपको देखा वो ख्वाहिश जाती रही।
हम तो फना हो गए उनकी आँखे देखकर,
ना जाने वो आइना कैसे देखते होंगे।
ये दिल फरेब तबस्सुम ये मस्त नजर,
तुम्हारे दम से चमन में बहार बाकी है।
हमारा क़त्ल करने की उनकी साजिश तो देखो,
गुजरे जब करीब से तो चेहरे से पर्दा हटा लिया।
तेरी सादगी को निहारने का दिल करता है,
तमाम उम्र तेरे नाम करने को दिल करता है।
एक मुक़्क़मल शायरी है तू कुदरत की,
तुझे ग़ज़ल बना कर जुबां पर लाने को दिल करता है।
उनकी हाथों में मेंहंदी लगाने का ये फायदा हुआ
कि रात भर उनके चेहरे से ज़ुल्फें हम हटाते रहे
मुझको ये आरज़ू वो उठाएं नक़ाब खुद,
उन को ये इंतज़ार तकाजा करे कोई।
तुझको सजने सवारने की जरुरत ही क्या है,
तुझपे सजती है हया भी किसी जेवर की तरह।
We Hope You like this ” Girls Tareef Shayari, Tareef Shayari For Beautiful Girl In Hindi, Shayari For Beautiful Girl Smile, Shayari For Praising Beauty in Hindi, ” Post. Do share it with your Friends & Family. For More Awesome Quotes & Shayari, Check DeepShayariQuotes Home Page.
ki garlib, fir nahi milte wo dil, jo ek baar tut jate hai…Kahani aksar unki…
Best 150+ "Woman Day, Happy Women'S Day, March 8Th Women'S Day, International Day Of Women'S,…
Best 150+ "Woman Day, Happy Women'S Day, March 8Th Women'S Day, International Day Of Women'S,…
Best 150+ "Happy Holi, Happy Holi Wish, Holi Festival Wishes, Holi Happy Holi, Holi Greetings…
Best 150+ "Happy Holi, Wishes Of Happy Holi, Wish Happy Holi, Happy Holi Wish In…
Best 150+ "Maha Shivratri, Maha Shivratri In Hindi, Maha Shivratri Wishes In Hindi, Shivratri Wishes…
This website uses cookies.